किस्से माधुरी

 किस्से कहावतों की दुनिया माधुरी 

पाठ में से
1.कहानी के आधार पर उत्तर दीजिए-
क) i.राहगीर राजमहल के पास से गुज़रा।
ii)वह  महल की कीमती सामान को देखकर लालच में आ गया।
iii)उसने लालच में आकर कुछ कीमती सामान चुराकर झोले में डाल लिया

ख)i)चोर को चोरी करने का चस्का लग गया था।
ii)सिपहियों की सतर्कता और सावधानियों के कारण चोर पकड़ा गया।
iii)मैंने तो तुम सबको सबक सिखाने के लिए ही चोरी का नाटक किया था।
ग)i)माधो ने खीर के बारे में अपने दोस्त कालू  से पूछा।
ii)माधो जन्म से नेत्रहीन था। वह  देख नहीं सकता था । इसलिए उसे पता नहीं चल पा रहा था कि खीर कैसी होती है।
iii)माधो के साथी ने खीर की तुलना सफ़ेद बगुला और अपना हाथ टेढ़ी करके बताया।

2.उचित उत्तर पर सही का चिह्न लगाइए-
क) राजा  ख)  चोर    ग)मुखिया
3.इस पाठ में दो कहावतों के बनने के मज़ेदार किस्से आए हैं-
क)उलटा चोर कोतवाल को डाँटे
ख) टेढ़ी खीर
                                           आपकी बात
1. महल                             गाँव
   राजा                              झोपड़ी
 रानी                                 तालाब
सिंहासन                           पेड़
 मंत्री                                  किसान
सिपाही                                खेत
2.
भाषा की बात -
1.वचन बदलो-
कहावत -कहावतें
झोला - झोले
जूती - जूतियाँ
किस्सा - किस्से
बगुला - बगुले
2.अर्थ लिखिए-
कीमती - मूल्यवान
चस्का - मज़ा / आदत
पोखर - तालाब
3.क्रिया शब्द -
क)  देखा
ख)पकड़ लिया
ग) रहते थे

किस्से कहावतों भाषा अभ्यास

   


   किस्से कहावतों की दुनिया -  भाषा  अभ्यास


1. नीचे दिए गए वाक्यों को पढ़कर बताइए कौन कैसा है?

क) महल आलीशान था।

ख) सामान कीमती था ।

ग) कितनी मज़ेदार खीर थी ।


                     कौन                          कैसा

1.क)           महल                          आलीशान

  ख)            सामान                         कीमती

   ग)            खीर                              मज़ेदार

2.विशेषण शब्द लिखिए -

 गरम-  खीर                

 महान-  राजा          

सफ़ेद - बगुला                   

चालाक-  चोर

3.विशेष्य (संज्ञा) शब्द लिखिए -

क) सुंदर =   घर       वन

ख)लंबा  =  आदमी    पेड़

ग)गरम =   चाय    खाना

4.चीज़ों के रंग -

उजला          काला             पीला

दूध                तवा             नींबू

दही                धुआँ            हल्दी

चाँदनी            कोयला        सरसों के फूल

5.शब्दों के लिंग लिखिए -

क) खीर बढ़िया बनी थी ।

ख)महला आलीशान था ।

ग) झोपड़ी टूटी फूटी थी ।

घ) बगुला उड़ गया ।

उत्तर-

क)खीर         स्त्रीलिंग

ख)महल        पुल्लिंग

ग)झोंपड़ी        स्त्रीलिंग

घ)बगुला          पुल्लिंग

6.खाली स्थान भरिए -

क) पेड़ गिर जाने के कारण रास्ता बंद हो गया ।

ख) सौम्या नदी के किनारे बैठी थी ।

ग) घर के पीछे पीपल का पेड़ है ।

घ) स्कूल के आगे बड़ा सा पार्क है ।

क) के कारण       ख)के किनारे        ग) के पीछे      घ) के आगे

7.वाक्यांशों के लिए एक शब्द -

क) जो पढ़ा लिखा ना हो- अनपढ़    

ख) जो राज करे-राजा  

ग) जिसमें विष हो - विषैला   

घ) जिसके पास धन ना हो- निर्धन

8. नीचे दिए गए वाक्यों में से संज्ञा सर्वनाम क्रिया शब्द लिखिए-

क. वह महल में घुसा ।

ख. उसे खीर खाई ।

ग. हमने चोर पकड़ा ।

उत्तर-

        संज्ञा            सर्वनाम               क्रिया

क)    महल               वह               घुसा

ख)    खीर                उसने             खाई

ग)     चोर                हमने             पकड़

9.वाक्य में प्रयोग कीजिए-

क) एड़ी-चोटी का ज़ोर लगा देना -  अर्थ- बहुत परिश्रम करना -  कक्षा में प्रथम आने के लिए बच्चे एड़ी-चोटी का ज़ोर लगा देते हैं।

ख)काला अक्षर भेैेंस बराबर -  अर्थ - अनपढ़ होना - कालू धोबी के लिए अंग्रेजी काला अक्षर भेैेंस बराबर है।

ग)पीठ थपथपाना - अर्थ -शाबाशी देना - खेल में    प्रथम आने पर शिक्षक ने मेरी पीठ थपथपाई।


दादी का रेडियो भाषा अभ्यास

                                                              

  दादी का रेडियो भाषा अभ्यास 

1.रोहित को अपनी दादी से बहुत प्यार था।रोहित दादी से रोज़ नई-नई कहानियाँ सुनता। रोहित को सब 'दादी का रेडियो' कहते थे।

वह   उसको/उसे

2.सर्वनाम का प्रयोग
क)  वह भी यह सब देख रहा था।
ख)वह चुपचाप अपने कमरे में चली गईं।
ग) उसकी बहन उसे दादी का चमचा कहकर चिढ़ाती थी।
घ)उन्होंने दादी से क्षमा माँगी।

3.समान अर्थ वाले शब्द
प्रकाश - उजाला
संतान - औलाद
सम्मान - आदर

4. समान - मेरी दोनों बहन देखने में एक समान हैं।
हमें बड़ों का सम्मान करना चाहिए।

दादी के  हाथ का पका हुआ खाना मुझे बहुत पसंद है।
रमेश मेरा पक्का दोस्त है।

मुझे उसके घर का पता मालूम नहीं है।
यह पत्ता बहुत सुंदर है।

5.बहुवचन रूप
कहानी - कहानियाँ
दरवाज़ा - दरवाज़े
मोहल्ला - मोहल्ले
गतिविधि - गतिविधियाँ
6.लिंग बदलो
दादा - दादी
भाई - बहन
 चाचा- चाची
लेखक - लेखिका

7.युग्म शब्द
पढ़ाई- लिखाई
घूमना- फिरना
 उठना - बैठना
लेना-      देना

8.  हॉल - हमारे स्कूल में एक बड़ा हॉल है।
पिताजी को कॉफ़ी बहुत पसंद है।
बच्चे बॉल से खेल रहे हैं।




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दादी का रेडियो माधुरी

   दादी का रेडियो माधुरी

शब्दार्थ

दशा -हालत

भाँप लेना- अनुमान लगा लेना

सहम जाना- डर जाना

संतान -औलाद

पश्चाताप - पछतावा

कहनी में से

1.क) रोहित को सब दादी का रेडियो क्यों कहते थे?

(i)उत्तर- रोहित दादी को स्कूल और मोहल्ले की बातें बताता था और रेडियो और टेलीविज़न पर सुने समाचार सुनाता था।इसलिए सब रोहित को दादी का रेडियो कहते थे।


(ii) रोहित दादी को कौन- सी खबरें सुनाता था?

उत्तर-रोहित अपनी दादी को स्कूल,मोहल्ले,रेडियो और टेलीविज़न आदि की खबरें सुनाता था।

ख) (i)दादी को किस बात का बहुत दुख था?

उत्तर- रोहित के कम अंकों के लिए उसके पिता ने दादी को ज़िम्मेदार ठहराया।इस बात के लिए दादी को बहुत दुख हुआ।

(ii) रोहित को अपने पिता का व्यवहार दादी के प्रति क्यों ठीक नहीं लगा?

रोहित के कम अंक आने पर उसके पिता ने दादी को डाँटा तो पिताजी का यह व्यवहार रोहित को अच्छा नहीं लगा।

ग)(i) रोहित ने अपनी कॉपी में ऐसा क्यों लिखा?

उत्तर-रोहित को अपने पिताजी का व्यवहार सही नहीं लगा।इसलिए उसने कॉपी में ऐसा लिखा कि जब मैं बड़ा हो जाऊँगा तो अपने माता-पिता को सम्मान दूँगा।


(ii) रोहित के लिखे इन शब्दों ने उसके माता-पिता के ऊपर क्या प्रभाव डाला?

उत्तर-रोहित के लिखे इन शब्दों को  पढ़कर उसके माता-पिता की आँखों से पश्चाताप के आँसू बहने लगे और उन्होंने दादी से क्षमा माँगी।

2.


व्यकित

शब्द

कारण

दादी

शांत, दयालु , ममतामयी


दादी ममतामयी, दयालु और शांत स्वाभाव की थीं। वह चुपचाप रहती थी। किसी को कुछ नहीं कहती थी।

पिता 

क्रोधी 

पिताजी बात- बात में क्रोध करते थे। दादी को डाँटते थे।

रोहित 

भावुक होशियार,समझदार



रोहित समझदार,भावुक और होशियार था। वह दादी के दर्द को समझता था



3.क) रोहित अपने माता- पिता के साथ कहाँ रहता था? 

 चंड़ीगढ़   

ख) दादी रोहित को कौन- सी कहानियाँ सुनाती थी?

नई-नई

4.बातचीत के लिए

1.ददी अपना दुख किसी को नहीं बताती थी

रोहित को छोड़कर घर में कोई भी दादी से बात नहीं करता था और उनकी बात नहीं सुनता था।

2.आप अपना दुख किसे बताते हैं

हम अपना दुख अपने माता-पिता और शिक्षकों को बताते हैं।


3.माता-पिता ने दादी से माफ़ी क्यों माँगी?

रोहित की कॉपी में लिखे शब्दों को पढ़कर उसके माता-पिता की आँखों से पश्चाताप के आँसू बहने लगे और उन्होंने दादी माँ से माफ़ी माँगी। 

मेरा विद्यालय

 मेरा विद्यालय

मेरे विद्यालय का नाम डीएवी पब्लिक स्कूल है। यह भुवनेश्वर के चंद्रशेखरपुर में स्थित है। यह  शहर के मध्य में स्थित है। यह एक तिमंजिला बड़ा इमारत हैं। यह एक साफ़, सुथरा और सुंदर विद्यालय है। इस विद्यालय में  कई कमरे, प्रयोगशाला, पुस्तकालय,संगीत कक्ष और कंप्यूटर कक्ष हैं।  हमरे विद्यालय का वातावरण हरा-भरा भरा और शांत है।यहाँ के शिक्षक बहुत मेहनती  हैं। वे हमें पढ़ाई के साथ-साथ अनुशासन , अच्छे संस्कार और जीवन-मूल्य भी सिखाते हैं। हमारे विद्यालय में खेल-कूद, संगीत नृत्य और वाद-विवाद जैसी गतिविधियों पर भी ध्यान दिया जाता है। प्रतिवर्ष विभिन्न प्रतियोगिताएँ और उत्सव मनाए जाते हैं। विद्यालय में प्रार्थना सभा से दिन की शुरुआत होती है जो हमें भक्ति की भावना प्रदान करती है। मुझे अपने विद्यालय पर गर्व है क्योंकि यह हमें अच्छे नागरिक बनने की शिक्षा देता है।


किस्से माधुरी

  किस्से कहावतों की दुनिया माधुरी  पाठ में से 1 . कहानी के आधार पर उत्तर दीजिए- क) i.राहगीर  राजमहल के पास  से  गुज़रा। ii)वह   महल की  कीमत...