एक थी स्वाति
स्वाति के गाँव के
स्कूल में आठवीं कक्षा तक की पढ़ाई होती थी। वह पढाई-लिखाई में बहुत अच्छी भी।
उसने गाँव के स्कूल की पढ़ाई पूरी कर ली थी। उसे आठवों कक्षा में प्रथम स्थान मिला
था। उसको पढ़ाई में बहुत रुचि थी। उसकी रुचि के कारण उसके पिता ने शहर के एक स्कूल
में उसे नवीं कक्षा में प्रवेश दिलवा दिया। स्कूल में छात्रावास था। स्वाति भी
छात्रावास में रहने लगी। स्कूल में छात्राएँ अनुशासन के साथ रहती थी। आवश्यकता
पड़ने पर लडकियाँ अपनी रक्षा आप कर सके, इसके लिए उन्हें जूडो-कराटे भी सिखाए जाते। लडकियाँ बाहुत ध्यान से जूडो कराटे
सीखतीं। स्वाति को जूडो- कराटे सीखने में बहुत आनंद आता। कुछ दिन के अभ्यास से वह
जूडो-कराटे की अच्छी खिलाड़ी बन गई।
1.स्वाति के गाँव के
स्कूल में कौन-सी कक्षा तक की पढ़ाई होती थी?
2.स्वाति पढाई-लिखाई
में कैसी थी?
3.उसे आठवों कक्षा
में कौन-सा स्थान मिला था?
4.स्वाति को किस में
रुचि थी?
5.उसकी रुचि को देखते
हुए उसके पिता ने कया
किया?
6. स्वाति भी कहाँ
रहने लगी?
7.स्कूल में छात्राएँ
कैसे रहती थी?
8.अपनी रक्षा के लिए
उन्हें क्या सिखाए जाते?
9. वचन बदलो- 4
कक्षा
रुचि
लड़कियाँ-
छात्राएँ-
10.विशेषण शब्द अलग
करो- 2
आठवीं कक्षा
अच्छी खिलाड़ी
11.विलोम शब्द लिखे-5
शहर
अच्छा
उदास
अुनशासन
आवश्यक
12.दो योजक चिह्न वाले
शब्द लिखे-2
13. दे संज्ञा शब्द
छाँटकर लिखे-2
14.लिंग बदलो-3
पिता
छात्र
लड़की